- रामसाय धारिया
तँय मेहनत के करइया।
कहिथे तोला छत्तीसगढ़िया॥
तोर मिहनत ले परबत काँपे।
सागर छोड़े रद्दा
खून - पसीना तँय हर बोहाथस
सुघ्घर नांगर के जोतइया
तोला कहिथे ..............
नानकुन पटकु पहिरे
धरे रांपा - गैंती
डिपरा कोड़ डबरा पाटे
माटी म परान डरइया
तोला कहिथे ...............
रट तोर कमा के जांगर
भरथस सबके झोली
गोरिया तन करिया परगे
बोले सुघ्घर बोलिया
तोला कहिथे ...............
जून्ना - चिथरा तोर करम म
लिखे हे करम के रेखा
पानी - पसिया तँय हर पीये
खाये अंगाकर रोटिया
तोला कहिथे .................
कहिथे तोला छत्तीसगढ़िया॥
तोर मिहनत ले परबत काँपे।
सागर छोड़े रद्दा
खून - पसीना तँय हर बोहाथस
सुघ्घर नांगर के जोतइया
तोला कहिथे ..............
नानकुन पटकु पहिरे
धरे रांपा - गैंती
डिपरा कोड़ डबरा पाटे
माटी म परान डरइया
तोला कहिथे ...............
रट तोर कमा के जांगर
भरथस सबके झोली
गोरिया तन करिया परगे
बोले सुघ्घर बोलिया
तोला कहिथे ...............
जून्ना - चिथरा तोर करम म
लिखे हे करम के रेखा
पानी - पसिया तँय हर पीये
खाये अंगाकर रोटिया
तोला कहिथे .................
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