- श्रीमती गरिमा पटेल -
शराफत से मुझे जिंदगी में क्या मिला
जिंदगी हमारी है, करें किससे गिला।
गर्म हवा के झौंके से तन जलता है
जमीं पे जहन्नुम का बना सिलसिला।
पास तुम्हारे थे सभी रिश्ते - नातें यहां
तुम से एक पल भी मुझे नहीं मिला।
सभी जानते हैं शहर में नाम तुम्हारा
करें भी तो किससे शिकवा - गिला।
मैं भी राहे सफर में रुकूंगी नहीं अब
फतह करुंगी मुहब्बत का इक किला।
आटे - दाल का भाव हमें भी पता है
तभी तो मेरे चमन में एक फूल खिला।
- पता - 9 - बी, नालंदा, अणुशक्ति नगर, मुंबई - 400094
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