सूना - सूना
डा. जयजयराम आनंद
चारों ओर उदासी छाई
ओठों पर तालों के पहरे
घर आँगन अब सूना सूना।
घर - बाहर की तैयारी ने
माँगा तन - मन - धन का हिस्सा
जिसे सुनाऊँ उसे लगेगा
सचमुच तोता - मैना की किस्सा
कोर कसर रह जाय न कोई
पूरी हो अवशेष हसरतें
जोड़ रखा सब दूना - दूना।
जहाँ कहीं भी गया निमंत्रण
कोई छूछे हाथ न आया
दूर पास के सब रिश्तों वे
अपना - अपना रंग जमाया
मिटें लकीरे सब अनचाही
एक भाव था सबके मन में
रिश्ता लगे न जूना - जूना।
शहनाई की अनुगूँजों में
हंसी - खुशी की अनगिन कड़ियाँ
पंख लगा सब उड़े पखेरू
सन्नाटा बुनती सब घड़ियॉ
सबने मिलजुल खुशियाँ बाँटी
सपने हुए अधूरे पूरे
सूनापन - दुख उना - उना।
आती याद जवानी
नई नवेली दुल्हन सी थी
सुख सपनों की रानी
लहरों से नाचा करती थी
मीरा सी दीवानी
भूले नहीं भूलते उसको
देश विदेशी सैलानी।
जीवन रेखा थी बहुतों की
किया न कभी बहाना
गंगा - जमुना के संगम में
सहजा ठौर ठिकाना
प्रलय - बाढ़ झंझावतों में
मनु की बुनी कहानी।
जीवन जर्जर माँ बापू से
मुंह मोड़े सुत दारा
वैसे ही नाविक ने छोड़ा
समझ उसे नकारा
रह रहा हूक उठे अंतस में
जग करता मनमानी।
आनंद प्रकाशन, प्रेम निकेतन, ई 7/70, अशोका सोसाइटी, अरेरा कालोनी, भोपाल
डा. जयजयराम आनंद
चारों ओर उदासी छाई
ओठों पर तालों के पहरे
घर आँगन अब सूना सूना।
घर - बाहर की तैयारी ने
माँगा तन - मन - धन का हिस्सा
जिसे सुनाऊँ उसे लगेगा
सचमुच तोता - मैना की किस्सा
कोर कसर रह जाय न कोई
पूरी हो अवशेष हसरतें
जोड़ रखा सब दूना - दूना।
जहाँ कहीं भी गया निमंत्रण
कोई छूछे हाथ न आया
दूर पास के सब रिश्तों वे
अपना - अपना रंग जमाया
मिटें लकीरे सब अनचाही
एक भाव था सबके मन में
रिश्ता लगे न जूना - जूना।
शहनाई की अनुगूँजों में
हंसी - खुशी की अनगिन कड़ियाँ
पंख लगा सब उड़े पखेरू
सन्नाटा बुनती सब घड़ियॉ
सबने मिलजुल खुशियाँ बाँटी
सपने हुए अधूरे पूरे
सूनापन - दुख उना - उना।
जूनी नाव
जूनी नाव बुनें सन्नाटाआती याद जवानी
नई नवेली दुल्हन सी थी
सुख सपनों की रानी
लहरों से नाचा करती थी
मीरा सी दीवानी
भूले नहीं भूलते उसको
देश विदेशी सैलानी।
जीवन रेखा थी बहुतों की
किया न कभी बहाना
गंगा - जमुना के संगम में
सहजा ठौर ठिकाना
प्रलय - बाढ़ झंझावतों में
मनु की बुनी कहानी।
जीवन जर्जर माँ बापू से
मुंह मोड़े सुत दारा
वैसे ही नाविक ने छोड़ा
समझ उसे नकारा
रह रहा हूक उठे अंतस में
जग करता मनमानी।
आनंद प्रकाशन, प्रेम निकेतन, ई 7/70, अशोका सोसाइटी, अरेरा कालोनी, भोपाल
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