विमल कुमार पाठक
बाबा ! कोर्ट - कचहरी छोड़ो।
न्याय मिलेगा, सुख पाओगे
इस भ्रम को ही तोड़ो॥
बाबा ! कोर्ट .....
चले गये हो, आवेदक हो
तो मत लड़ो मुकदमा।
बीमारी है कोर्ट लड़ाई
जैसे केन्सर, दम्मा॥
अगर चैन से जीना है तो
विष की मटकी फोड़ो॥
बाबा ! कोर्ट .....
जज साहब,अधिवक्ताजी
चपरासी, मुंशी, बाबू।
ले लेंगे, जो भी दे दोगे
पर न रहेंगे काबू
इसीलिए मत देखो उनको
फौरन ही मुंह मोड़ो॥
बाबा ! कोर्ट .....
कान पकड़ कर करो प्रतिज्ञा
कोर्ट नहीं जाओगे।
नहीं दलालों दुष्टï जनों के
चक्कर में आओगे॥
सत्संगति में रहो विमल
अच्छों से नाता जोड़ो॥
बाबा ! कोर्ट ....
खुर्सीपार, जोन 1 मार्केट,
आई.टी. आई के पीछे
सेक्टर - 11 भिलाई ( छ.ग.).
बाबा ! कोर्ट - कचहरी छोड़ो।
न्याय मिलेगा, सुख पाओगे
इस भ्रम को ही तोड़ो॥
बाबा ! कोर्ट .....
चले गये हो, आवेदक हो
तो मत लड़ो मुकदमा।
बीमारी है कोर्ट लड़ाई
जैसे केन्सर, दम्मा॥
अगर चैन से जीना है तो
विष की मटकी फोड़ो॥
बाबा ! कोर्ट .....
जज साहब,अधिवक्ताजी
चपरासी, मुंशी, बाबू।
ले लेंगे, जो भी दे दोगे
पर न रहेंगे काबू
इसीलिए मत देखो उनको
फौरन ही मुंह मोड़ो॥
बाबा ! कोर्ट .....
कान पकड़ कर करो प्रतिज्ञा
कोर्ट नहीं जाओगे।
नहीं दलालों दुष्टï जनों के
चक्कर में आओगे॥
सत्संगति में रहो विमल
अच्छों से नाता जोड़ो॥
बाबा ! कोर्ट ....
खुर्सीपार, जोन 1 मार्केट,
आई.टी. आई के पीछे
सेक्टर - 11 भिलाई ( छ.ग.).
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