रामकुमार साहू ' मयारु '
गरजत बरसत लहुकत हे बादर
आंखी म जइसे आंजे हे काजर
मेचका - झिन्गुरा के गुरतुर बोली
हरियर हरियर, धनहा डोली
बरसे झमाझम, गिरत हे पानी
माते हे किसानी, बइला नांगर
गरजत बरसत लहुकत हे बादर
आंखी म जइसे आंजे हे काजर
सुरूर सुरूर चले पवन पुरवइया
अंगना म फुदरे बाम्भन चिरइया
गली गली बन कुंजन लागे
विधुन होगे एकमन आगर
गरजत बरसत लहुकत हे बादर
आंखी म जइसे आंजे हे काजर
खोर गली म चिखला पानी बोहागे रेला,
कागद के डोंगी बनाय, खेले कोनो घघरइला
सुरुज देवता के परछो नई मिले
कहाँ जाके लुकागे, काबर
गरजत बरसत लहुकत हे बादर
आंखी म जइसे आंजे हे काजर
गरजत बरसत लहुकत हे बादर
आंखी म जइसे आंजे हे काजर
मेचका - झिन्गुरा के गुरतुर बोली
हरियर हरियर, धनहा डोली
बरसे झमाझम, गिरत हे पानी
माते हे किसानी, बइला नांगर
गरजत बरसत लहुकत हे बादर
आंखी म जइसे आंजे हे काजर
सुरूर सुरूर चले पवन पुरवइया
अंगना म फुदरे बाम्भन चिरइया
गली गली बन कुंजन लागे
विधुन होगे एकमन आगर
गरजत बरसत लहुकत हे बादर
आंखी म जइसे आंजे हे काजर
खोर गली म चिखला पानी बोहागे रेला,
कागद के डोंगी बनाय, खेले कोनो घघरइला
सुरुज देवता के परछो नई मिले
कहाँ जाके लुकागे, काबर
गरजत बरसत लहुकत हे बादर
आंखी म जइसे आंजे हे काजर
पता :
ग्राम गिर्रा - पलारी
जिला बलोदा बाजार (छ .ग .)
9826198219
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