डॉ. सरला सिंह ' स्निग्धा '
कान्हा अब तो आ जाओ,
जीवन सफल बना जाओ।
सब राह ताकते रातदिवस,
आशा पूरी तुम कर जाओ।
हैं बहुत सुदामा आज यहां,
सबका ही दामन भर जाओ।
हैं कंस सरीखे निरे यहां पर,
उनका बध तुम कर जाओ।
कालिया नाग हैं गली गली,
उनका मर्दन तुम कर जाओ।
बहु लोग फिरें हैं अहंकार में,
उनको औकात दिखा जाओ।
इन्द्र सरीखे माने खुद को ही,
निजक्षमता उन्हें दिखा जाओ।
द्रौपदी टेर पर दौड़े आये प्रभु,
द्रौपदियां हैं बहुत बचा जाओ।
कान्हा अब तो सुन लो पुकार,
सब छोड़ - छाड़ के आ जाओ।
सुन लो कान्हा विनती हमरी,
दुखियों का कष्ट मिटा जाओ।
तेरे नाम को लेकर लूट रहे कुछ,
उनको कुछ सबक सिखा जाओ।
नहीं देर करो भई देर बहुत प्रभु,
जग के हित प्रभुवर आ जाओ।
पता : 180, पाकेट ,
3 मयूर विहार फेस 3,दिल्ली 96
मोबा. नं. : 09650407240
कान्हा अब तो आ जाओ,
जीवन सफल बना जाओ।
सब राह ताकते रातदिवस,

हैं बहुत सुदामा आज यहां,
सबका ही दामन भर जाओ।
हैं कंस सरीखे निरे यहां पर,
उनका बध तुम कर जाओ।
कालिया नाग हैं गली गली,
उनका मर्दन तुम कर जाओ।
बहु लोग फिरें हैं अहंकार में,
उनको औकात दिखा जाओ।
इन्द्र सरीखे माने खुद को ही,
निजक्षमता उन्हें दिखा जाओ।
द्रौपदी टेर पर दौड़े आये प्रभु,
द्रौपदियां हैं बहुत बचा जाओ।
कान्हा अब तो सुन लो पुकार,
सब छोड़ - छाड़ के आ जाओ।
सुन लो कान्हा विनती हमरी,
दुखियों का कष्ट मिटा जाओ।
तेरे नाम को लेकर लूट रहे कुछ,
उनको कुछ सबक सिखा जाओ।
नहीं देर करो भई देर बहुत प्रभु,
जग के हित प्रभुवर आ जाओ।
पता : 180, पाकेट ,
3 मयूर विहार फेस 3,दिल्ली 96
मोबा. नं. : 09650407240
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