.सत्येन्द्र गोविन्द
जैसा तुम कहते हो वैसा करना है
यानी मुझको ज़िंदा रहकर मरना है
थाह मिलेगी तब जब मटका छलकेगा
कितना भाग है खाली कितना भरना है
माँ कहती है ' ' मेरा बेटा हीरा है ''
यानी अब पत्थर को मुझसे डरना है
जब तक जीत न जाऊँ,हार न मानूँगा
मुझको मुश्किल में कुछ और निखरना है
आँखें रख दे सिर्फ निशाने पर ' गोविन्द '
फिर तो चिड़िया को निश्चित ही मरना है
यानी मुझको ज़िंदा रहकर मरना है
थाह मिलेगी तब जब मटका छलकेगा
कितना भाग है खाली कितना भरना है
माँ कहती है ' ' मेरा बेटा हीरा है ''
यानी अब पत्थर को मुझसे डरना है
जब तक जीत न जाऊँ,हार न मानूँगा
मुझको मुश्किल में कुछ और निखरना है
आँखें रख दे सिर्फ निशाने पर ' गोविन्द '
फिर तो चिड़िया को निश्चित ही मरना है
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