संकल्प यदु
कठिन नहीं था
रावण को मारना
राम के लिए
कभी भी,
मारने के लिए जरूरी नहीं
दिव्य पुरुष
या दुनिया के बाहर का आदमी होना,
रावण के पास थे
दस सिर
जबकि एक से
बमुश्किल सम्हलता है
एक सिर सम्हालना
याने राम हो जाना।
’ गीतिका’17/256 दाऊचौरा, खैरागढ़,
जिला - राजनांदगांव (छ.ग.)
मो.नं.- 9589737015, 8959579847
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