गोपाल कौशल भोजवाल
हम दीप हैं अपने वतन के
सदा इसके लिए जलते रहें।
सीमा पर हमारे लिए डटे हैं
आओं उनके घर रोशन करें॥
हम पुजारी हैं, ज्ञान मंदिर के
सदा ज्ञान के दीप जलाते रहें।
नई तकनीक नवाचारों से हम
बच्चों का कौशल संवारते रहें ।।
हम है राष्ट्र निर्माता भारत के
दे ऐसी शिक्षा, देश अव्वल रहें।
जमीं के इन नन्हें तारों का कल
हर - पल सदा उज्जवल रहे॥
खिल खिला जाएं हृदय ऐसी
खिल बताशों में मिठास भरें।
असहाय, गरीब को देकर खुशी
समृद्धि का हम उजास करें।।
द्वेष भाव, जाति -धर्म के तिमिर
को सद्भाव दीप से जगमग करें।
हम करें दीन - दुखियों की सेवा
लक्ष्मी माँ धनसे सदा भंडार भरें ।।
दुर्गा निवास बस स्टैंड
नागदा
जिला धार 454001(म.प्र.)
इस अंक के रचनाकार
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सोमवार, 29 नवंबर 2021
जगमग शिक्षा के दीप जलें
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