ओंकार सिंह ’ ओंकार’
खुशियों का संसार बना लें,
खुलकर हंस लें मिलकर गा लें।
खुशियों का संसार बना लें।।
ठंड गई, पतझर बीता है,
नई कौंपलों - से मुस्का लें ।।
मन में जब कोई भी दुख हो,
मिल जुलकर दिल को बहला लें ।।
अपने मधुरिम होंठों पर हम,
एक नया - सा गीत सजा लें।।
प्यारे - प्यारे संबंधों में,
मज़बूती से गांठ लगा दें।।
पढ़ें - लिखे हम ध्यान लगाकर,
अपना जीवन सफल बना लें।।
विद्यालय में हम सब जाकर,
विद्या का भंडार बढ़ा लें।।
1बी/241 बुद्धि विहार,मझोला,
मुरादाबाद ( उत्तर प्रदेश) 244001
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें