एल एन कोष्टी
बुरे हैं भले हैं सभी ढंग देखो
निकट जा किसी के सभी रंग देखो
तभी पढ़ सकोगे उसे फिर यहाँ पर
कदम चार चलकर कभी संग देखो
गवाही यही खंडहर दे रहे हैं
बुरे हैं भले हैं सभी ढंग देखो
निकट जा किसी के सभी रंग देखो
तभी पढ़ सकोगे उसे फिर यहाँ पर
कदम चार चलकर कभी संग देखो
गवाही यही खंडहर दे रहे हैं
कि करके किसी से नहीं जंग देखो
सुकूं संग जिसके मिले हर कदम पर
उसी को हमेशा लगा अंग देखो
मजा कोष्टी उम्र भर चाहते गर
मुहब्बत की थोड़ी चढ़ा भंग देखो
सुकूं संग जिसके मिले हर कदम पर
उसी को हमेशा लगा अंग देखो
मजा कोष्टी उम्र भर चाहते गर
मुहब्बत की थोड़ी चढ़ा भंग देखो
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