नीना छिब्बर
कुछ रिश्ते अजीब होते हैं
वे बनते हैं, सड़कों पर चौराहों पर
भीड़ भरी राहमें टैंम्पों की सीट पर
कुछ रिश्ते अजीब होते हैं
शब्द भाव और तनावसे दूर होते हैं
ढोते नहीं अनजान चाहो को
नहीं चाहते दखल, हथबंदी में दिल को
कुछ रिश्ते अजीब होते हैं
वे मूक रहकर दुखों को सहलाते हैं
बंद होठ मुस्काते हैं
अनजानसफर को कम करते हैं क्षण में
कुछ रिश्ते अजीब होते हैं
वे बांटते नहीं दुख को,सुख को घटाते नहीं
ठिठके से, छिटके से दूर - दूर रहते हैं
क्षणों में बंधकर जीवन को जीते हैं
कुछ रिश्ते अजीब होते हैं
जोधपुर (राजस्थान) 9461029319
कुछ रिश्ते अजीब होते हैं
वे बनते हैं, सड़कों पर चौराहों पर
भीड़ भरी राहमें टैंम्पों की सीट पर
कुछ रिश्ते अजीब होते हैं
शब्द भाव और तनावसे दूर होते हैं
ढोते नहीं अनजान चाहो को
नहीं चाहते दखल, हथबंदी में दिल को
कुछ रिश्ते अजीब होते हैं
वे मूक रहकर दुखों को सहलाते हैं
बंद होठ मुस्काते हैं
अनजानसफर को कम करते हैं क्षण में
कुछ रिश्ते अजीब होते हैं
वे बांटते नहीं दुख को,सुख को घटाते नहीं
ठिठके से, छिटके से दूर - दूर रहते हैं
क्षणों में बंधकर जीवन को जीते हैं
कुछ रिश्ते अजीब होते हैं
जोधपुर (राजस्थान) 9461029319
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